जानें जट्ट की लिपि के बारे में

आपको जट्टकी लिपि से रूबरू कराते है ।संसार में एक ग्लोबल कल्चरल ट्राइब हुई है जिसका वखान विश्व की सभी हिस्टोरियन्स लॉबी ने किया है जो प्रूव्ड है ।इतिहास के पितामह हेरोडोट्स ने जट्ट के कल्चर को तथ्यों से जोड़ा है ।प्राकृत भाषा जिस से पाली ,पंजाबी,ठेठ खड़ी ,बृज,अवधी,आदि अनेको भाषाएं विकसित हुई प्राकृत भाषा का मूल स्रोत जाटकी लिपि थी ।ग्रिम्ज लॉ ऑफ़ वेरिएशन के मुताबिक भाषा विज्ञान में सबसे जट्टकी लिपि प्राकृत भाषा ही आदिकालीन है ।जट्टकी लिपि धार्मिक ठेकेदारों की संस्कृत और फ़ारसी से प्राचीन है इसी जो तोड़ फोड़ कर यह भाषाएं विकसित की गयी है ।

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आपको जट्टकी लिपि से रूबरू कराते है ।संसार में एक ग्लोबल कल्चरल ट्राइब हुई है जिसका वखान विश्व की सभी हिस्टोरियन्स लॉबी ने किया है जो प्रूव्ड है ।

इतिहास के पितामह हेरोडोट्स ने जट्ट के कल्चर को तथ्यों से जोड़ा है ।
प्राकृत भाषा जिस से पाली ,पंजाबी,ठेठ खड़ी ,बृज,अवधी,आदि अनेको भाषाएं विकसित हुई प्राकृत भाषा का मूल स्रोत जाटकी लिपि थी ।

ग्रिम्ज लॉ ऑफ़ वेरिएशन के मुताबिक भाषा विज्ञान में सबसे जट्टकी लिपि प्राकृत भाषा ही आदिकालीन है ।
जट्टकी लिपि धार्मिक ठेकेदारों की संस्कृत और फ़ारसी से प्राचीन है इसी जो तोड़ फोड़ कर यह भाषाएं विकसित की गयी है ।